Pages

Subscribe:

Ads 468x60px

if u like this blog publish this

Wednesday, 17 August 2011

anna ki bheed or netao ki bheed

अन्ना की भीड़ और नेताओ की भीड़ में अंतर -
नेताओ की भीड़ -
दारू पिला कर लाये गये  लोग.
जबरदस्ती ट्रको और बसों में भरकर लाये गये लोग,
नोट देकर लाये गये लोग,
किसी पार्टी से सम्बंधित लोग,
बहुत सारे प्रलोभन देकर लाये गये लोग.

और अन्ना के साथ वाले लोग-
 देश के भारस्ताचार से परेसान लोग,लोग,
मजदूरी करने वाले से लेकर डॉक्टर इंजिनियर अक.
देश के सिस्टम से परेशान लोग,
ये भ्हेद किसी स्वार्थ के कारन  नही आयी हुए  है,
ये देश के लोगो के अन्दर चलने वाले  दन्द का परिणाम  है 

No comments:

Post a Comment

forward this

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...